From: kuldeep t. <kul...@gm...> - 2012-12-04 07:30:59
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please subscribe ekmanch i request with politeness On 11/11/12, kuldeep thakur <kul...@gm...> wrote: > मैंने वालमिकी जयंती पर हिंदी प्रेमियों के लिये एक मंच नाम से एक समूह > बनाने का प्रयास किया है, मुझे लगता है कि वालमिकी जी से महान रचना कार > कौन होगा, जिन्होंने रामायण जैसे महा काव्य की रचना की है। इस लिये इस > शुभ कार्य के लिये इस से शुभ अवसर कौन सा होगा। यह अभी मेरा केवल प्रयास > मात्र है ये कितना सार्थक होगा इस का पता आप के इस समूह के प्रति लगाव से > ही चल पायेगा। ये एक ऐसा मंच है जहां आप हिंदी भाषा से संबंधित किसी > विषय पर चर्चा, मन मोहक रचना की सूचना, अपनी नयी रचना की जानकारी व लिंक, > आवश्यक्ता अनुसार विष्य सामग्री की मांग किसी नयी पुस्तक का विश्लेषण तथा > किसी हिंदी से संबन्धित सामारोह की जानकारी दे सकते हैं। इस समूह का > संपूर्ण विवरण इस प्रकार है। > > > Group home page: http://groups.yahoo.com/group/ekmanch > > > > > > Group Email Addresses > > > Post message: > ek...@ya... > Subscribe: > ekm...@ya... इस सबसक्राइब वाली मेल पर अपनी ईमेल > से आप मेल के सुबजैक्ट में subscribe लिख कर भेज दें। > Unsubscribe: > ekm...@ya... > List owner: > ekmanch-owner@yahoogroups. > > > अगर इस समूह को सबसक्राइब करने में कोई असुविधा हो तो आप मुझे अपनी ईमेल > आईडी मेरी ईमेल kul...@gm... पर भेज सकते हैं।तथा मुझे काल > भी कर सकते हैं। > > > आप सब के भरपूर सहियोग की आस में आप का कुलदीप सिंह। > > हम सब हिंदी भाशियों के लिये एक मंच। सबसक्राइब करें केवल अपना आवेदन > ekm...@ya... इस ईमेल पर भेजें। आप तुरंत इस मंच से > जुड़ जायेंगे। यह मंच मैंने निम्न उदेश्य के साथ बनाया है। > > > 1 इस मंच पर हम सबएक ही रूचि के जो हिंदी साहित्य से प्रेम करते हैं, उन > का एक समूह बन जायेगा। हम सब एक दूसरे के निकट आ जायेगे। अपनी बात हम एक > दूसरे तक सुलबता से पहुंचा पायेंगे। > > > 2 हमें एक दूसरे के विचारों से अवगत होने का मौका मिलेगा। > > > 3. हम सभी प्रकार की सूचना अपनी ईमेल पर प्राप्त कर लेंगे। > > > 4 हम किसी प्रकार की विषय सामग्री एक दूसरे से मांग सकते हैं। > > > 5 इस मंच पर हम अपनी भाषा में एक दूसरे से बात कर सकेंगे। > आप सब से मेरा निवेदन है कि इस मंच की सूचना आप सब एक दूसरे को भी दें और > उन्हे इसे सबसक्राइब करने के लिये प्रेरित भी करें। तभी यह संपूर्ण मंच > बन सकेगा। > > > > -- > Thanks and regard: > Kuldeep singh thakur. skype ID: > kuldeep.pinku > Call me on my mobile: > 9418485128. > Bhari dupahri men andhiyara, > Sooraj parchai se hara, > Antar tam ka neh nichorhay, > Bujhi hui bati sulgayen, > Aao phir se diya jalayen. > -- Thanks and regard: Kuldeep singh thakur. skype ID: kuldeep.pinku Call me on my mobile: 9418485128. Bhari dupahri men andhiyara, Sooraj parchai se hara, Antar tam ka neh nichorhay, Bujhi hui bati sulgayen, Aao phir se diya jalayen. |